Mahendra Singh Dhoni Biography in Hindi
दोस्तों Team India के सफल कामियाब कप्तान M.S.Dhoni (महेंद्र सिंह धोनी) उन्होंने International Cricket (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट) को अलविदा (MS Dhoni Announces Retirement) कह दिया
39 साल के M.S.Dhoni (महेंद्र सिंह धोनी) ने भारत के लिये आखिरी मैच 2019 में वनडे वर्ल्डकप (World Cup) के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। धोनी ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘अब तक आपके प्यार और सहयोग के लिए धन्यवाद।
महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हे हम अलग – अलग नामों से जानते हैं, जैसे कैप्टिन कूल, माही, MSD एवं Thala आदि | महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट जगत में बहुत ही चर्चित एवं प्रतिष्ठित नाम है, खास तौर पर मुश्किल स्थिती में सही फैसले लेने की काबिलियत इन्हे ऊँचा उठाती है | इन्हे पद्म श्री,पद्मभूषण एवं राजीव गाँधी खेल रत्न जैसे अनेको पुरुष्कारों से सम्मानित किया जा चूका है| वे भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत के सबसे सफल एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कप्तान रह चुके हैं। हाल ही में इन्होंने अपने अंदाज़ में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर अपने फँस को चौकाया है |
तो आइये हम इनके बारे में कुछ जानते हैं :-
प्रारंभिक जीवन :-
महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 07 जुलाई 1981 झारखण्ड के रांची में एक मध्यम वर्गीय राजपूत परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम पान सिंह व माता श्रीमती देवकी देवी है | उनके पिताजी श्री पान सिंह मेकोन कंपनी के जूनियर मैनेजमेंट वर्ग में काम करते थे| रांची मे पान सिंह और उनके परिवार को रहने के लिए सरकारी निवासस्थान मिला था। धोनी की माता श्रीमती देवकी देवी एक साधारण गृहिणी थीं।
धोनी द ए वी जवाहर विद्यालय मंदिर, श्यामली (वर्त्तमान में जे वी एम , श्यामली, रांची के नाम से जाने जाते है) में पढ़ते थे। धोनी को बैडमिंटन और फुटबॉल इन दोनों खेलों मे विशेष रुचि थी। इंटर-स्कूल प्रतियोगिता में, धोनी ने इन दोनों खेलों में स्कूल का प्रतिनिधित्व किया था जहां उन्होंने बैडमिंटन व फुटबॉल में अपना अच्छा प्रदर्शन दिखाया जिस कारण वे जिला व क्लब लेवल में चुने गए थे। धोनी अपने फुटबॉल टीम के गोलकीपर भी रहे चुके हैं।
घरेलू क्रिकेट करियर :–
पहला रणजी मैच : इन्हे साल 1999 में पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिला था और यह पहला रणजी ट्रॉफी मैच बिहार राज्य की तरफ से असम क्रिकेट टीम के विरुद्ध खेला गया था. इस मैच की दूसरी पारी में धोनी ने नाबाद 68 रन बनाए थे, जबकि इस ट्रॉफी के इस सत्र में इन्होंने कुल 5 मैचों में 283 रन अपने नाम किए थे. इस ट्रॉफी के बाद धोनी ने अन्य और भी घरेलू मैच खेले थे.
धोनी के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद भी इनका चयन ईस्ट जॉन सेलेक्टर द्वारा नहीं किया गया था. जिसके कारण धोनी ने खेल से दूरी बना ली और साल 2001 में कोलकाता राज्य में रेलवे विभाग में बतौर टिकट कलेक्टर के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया. लेकिन धोनी का मन इस नौकरी में नहीं लगा और इन्होंने तीन साल के अंदर ही इस नौकरी को छोड़ दिया और फिर से अपने क्रिकेट करियर पर ध्यान देना शुरू कर दिया.
साल 2001 में धोनी का चयन दिलीप ट्रॉफी के लिए हो गया, लेकिन धोनी को उनके चयन की जानकारी सही समय पर मिल नहीं पाई. जिसके कारण धोनी इस ट्रॉफी में हिस्सा नहीं ले पाए.
साल 2003 में धोनी को जमशेदपुर में प्रतिभा संसाधन विकास विंग के हुए मैच में खेलते हुए बंगाल के पूर्व कप्तान प्रकाश पोद्दार ने देखा था. जिसके बाद उन्होंने धोनी के खेल की जानकारी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी को दी. और इस तरह से धोनी का चयन बिहार अंडर-19 टीम में हो गया था.
धोनी ने साल 2003-2004 के देवधर ट्रॉफी के टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया था और धोनी पूर्वी जोन टीम का हिस्सा थे. देवधर ट्रॉफी का ये सीजन इनकी टीम द्वारा जीता गया था और धोनी ने इस सीजन में कुल 4 मैच खेले थे, जिनमें इन्होंने 244 रन बनाए थे.
साल 2004 में धोनी का चयन ‘इंडिया ए’ टीम में कर लिया गया था. ‘इंडिया ए’ टीम की ओर से धोनी ने अपना पहला मैच बतौर विकेट कीपर के तौर खेलते हुए. जिम्बाबे टीम के विरुद्ध काफी अच्छा प्रदर्शन किया था.
तीन देशों के बीच (केन्या ए, भारत ए और पाकिस्तान ए) हुई श्रृंखला में भी धोनी ने दमदार प्रदर्शन किया और ‘पाकिस्तान ए’ टीम के विरुद्ध खेले गए मैच में अपने अर्ध शतक की मदद से धोनी ने भारतीय टीम को मैच जिताया.
धोनी का पहला वन डे मैच :-
धोनी को भारतीय टीम की ओर से पहला अंतर्राष्ट्रीय वन डे मैच (ओडीआई) खेलने का मौका साल 2004 में मिला था और इन्होंने अपना पहला ओडीआई मैच बंग्लादेश टीम के विरुद्ध खेला था.
अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच में वे कुछ खास ना कर सके और शून्य पर लौट गये. हालांकि धोनी के खराब प्रदर्शन के बावजूद भी इनका चयन पाकिस्तान के साथ खेले जाने वाले अगले ओडीआई मैच में कर लिया गया था.
पाकिस्तान के साथ खेले गए इस मैच में धोनी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था. इस मैच में इन्होंने कुल 148 रन अपने नाम किए थे, जिसके साथ ही ये पहले ऐसे भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज भी बन गए जिन्होंने इतने रन बनाए हों.
पहला टेस्ट मैच :-
धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से फ़र्स्ट टेस्ट मैच खेलने का अवसर साल 2005 में मिला था और इन्होंने अपना प्रथम मैच श्रीलंका टीम के विरुद्ध खेला था. इस मैच की पहली इनिंग में धोनी ने कुल 30 रन अपने नाम किए थे. मगर बारिश के चलते ये मैच बीच में ही बंद करना पड़ा था.
साल 2006 में पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए इन्होने अपनी पहली टेस्ट सेंच्युरी लगाई थी और इसी के कारण ही इस टेस्ट मैच में भारत को फॉलो-ऑन से बचने में मदद मिली थी.
धोनी बतौर कप्तान
धोनी के कप्तान बनने से पहले भारतीय टीम की जिम्मेदारी राहुल द्रविड़ के पास थी और जब राहुल द्रविड़ ने अपने इस पद को छोड़ दिया था. तो उनकी जगह भारत का अगला कप्तान धोनी को चुना गया था.
कहा जाता है कि धोनी को भारतीय टीम की कप्तानी देने की बात राहुल द्रविड़ और सचिन ने बीसीसीआई (BCCI) से की थी. जिसके बाद बीसीआई ने धोनी को सन् 2007 में भारतीय टीम का कैप्टन बनाया था.
भारत के कप्तान बनने के बाद सितंबर 2007 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुए आईसीसी विश्व ट्वेंटी 20 में इन्होने भारतीय टीम को लीड किया था और इस टूर्नामेंट को जीत लिया था.
विश्व ट्वेंटी 20 कप जीतने के बाद धोनी को वन डे मैच और टेस्ट मैच की भी कप्तानी सौप दी गई थी और धोनी ने उनको दी गई इस जिम्मेदारी को खूब सही तरह से निभाया था.
धोनी की कप्तानी के तहत ही भारत साल 2009 में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में प्रथम स्थान हासिल कर पाया था और धोनी ने कप्तान रहते हुए कई सारे रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं.
धोनी ने दो विश्व कप में भारत का नेतृत्व किया है और अपनी कप्तानी के तहत, भारत साल 2011 में विश्व कप जीता था. जबकि साल 2015 के हुए विश्व कप में भारत को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में कामयाब हुआ था.
धोनी का आईपीएल करियर :–
आईपीएल के पहले सीजन में धोनी को चेन्नई सुपर किंग्स ने 5 मिलियन अमरीकी डॉलर (10 करोड़) में खरीदा था. और यह कीमत सबसे अधिक थी . इनकी कप्तानी के तहत इस टीम ने इस लीग के दो सीजन जीते थे. इसके अलावा इन्होंने साल 2010 के ट्वेंटी 20 की चैंपियंस लीग में भी अपनी टीम को विजय बनाया था.
चेन्नई सुपर किंग्स पर दो साल का बैन लगाने के बाद इन्हें आईपीएल की दूसरी टीम राइजिंग पुणे सुपरजायंट ने करीब 1.9 मिलियन अमरीकी डॉलर (करीब 12 कोरड़) में खरीद लिया था. जिसके बाद धोनी ने इस टीम की ओर से मैच खेले थे.
साल 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स पर लगा बैन खत्म हो गया था और इस सीजन में इस टीम ने फिर से धोनी को अपनी टीम में शामिल कर लिया और इस वक्त धोनी इस टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. साल 2020 में भी फैंस काफी उम्मीद से धोनी के प्रदर्शन को देखेंगे |
महेंद्र सिंह धोनी को मिले अवार्ड
महेंद्र सिंह धोनी को साल 2007 में इंडिया गवर्नमेंट ने राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिया था जो कि खेल की दुनिया में दिया जाने वाला शीर्ष अवार्ड है.
धोनी को साल 2009 में पद्म श्री अवार्ड और साल 2018 में पद्म भूषण से भी इंडिया की गवर्नमेंट द्वारा नवाजा गया है.
साल 2011 में धोनी को डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय (De Montfort University) द्वारा मानद डॉक्टरेट की डिग्री दी गई थी. इसके अलावा धोनी ने दो बार आईसीसी ओडीआई प्लेयर ऑफ दी ईयर, मैन ऑफ दी मैच और मैन ऑफ दी सीरीज अवॉर्ड भी जीत रखे हैं.
आखिरी टेस्ट मैच
धोनी ने साल 2014 में अपना करियर का अंतिम टेस्ट मैच ऑस्ट्रलिया टीम के विरुद्ध खेला था. अपने इस अंतिम टेस्ट मैच में इन्होंने कुल 35 रन बनाए थे. ये मैच खत्म होने के बाद धोनी ने टेस्ट मैच से सन्यास लेने की जानकारी मीडिया के साथ साझा की थी और इस तरह से ये धोनी के जीवन का आखिर टेस्ट मैच बन गया था.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा :–
15 अगस्त 2020 के दिन शाम 07:29 पर इस महान खिलाड़ी और सर्वश्रेष्ठ कप्तान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास की घोषणा कर दी | जो चाहने वालो के लिए यह एक बहुत ही गमगीन पल था | यह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिसे देखने भर के लिए दुनियां के कई लोग क्रिकेट देखा करते हैं |
धोनी के जीवन पर बनी फिल्म
महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर एक फिल्म भी बनाई गई थी. जिसका नाम. ‘M.S. Dhoni: The Untold Story Film’ था और ये फिल्म साल 2016 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में धोनी की जिंदगी को दर्शाया गया था और इनकी भूमिका को एक्टर सुशांत सिंह राजूपत द्वारा निभाया गया था.
आईपीएल से करने वाले थे वापसी
बता दें धोनी बीते साल वर्ल्ड कप 2019 के बाद इस साल आईपीएल से क्रिकेट मैदान पर वापसी करने वाले थे, लेकिन 29 मार्च से शुरू होने वाले इस टूर्नमेंट पर वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने ब्रेक लगा दिया और यह टूर्नमेंट अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। अब इस टूर्नमेंट के सितंबर नवंबर में आयोजित होगा।