JAMES WEBB TELESCOPE: 70000 करोड़ लागत से बना जेम्स वेब टेलिस्कोप
James Webb Space Telescope, हब्बल से 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली है| ये टेलीस्कोप ब्रह्मांड के उन रहस्यमयी पहलुओं को हमारे सामने लेकर आएगा| जिन्हें हमने अब तक जाना नहीं है। अंतरिक्ष की सुदूर गहराइयों को देखने में सक्षम होगा। इसके अलावा ये उन आकाशगंगाओं के बारे में पता लगाएगा| जिनका फॉर्मेंशन बिग बैंग के बाद हुआ था।
पुरानी हबल अंतरिक्ष दूरबीन के उत्तराधिकारी के रूप में, लंबे समय से लंबित जेम्स वेब दूरबीन का नाम 1960 के दशक में नासा के प्रशासक रहे जेम्स वेब के नाम पर रखा गया है| इस नई सात टन वजनी दूरबीन को बनाने और प्रक्षेपित करने के लिए नासा ने यूरोपीय और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ भागीदारी की| जिस पर 1990 के दशक से 29 देशों के हजारों लोग काम कर रहे थे|
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप मिशन की लागत 10 बिलियन यूएस डॉलर्स है, यानी 73,616 करोड़ रुपए| जेम्स वेब टेलीस्कोप, ब्रह्मांड के निर्माण के शुरुआती चरणों के दौरान बने सितारों और आकाशगंगाओं (galaxies) की ओर 13.7 अरब वर्ष पीछे देखने का प्रयास करेगा. जेम्स वेब टेलीस्कोप को धरती पर इंसानों द्वारा बनाया गया टाइम मशीन भी कहा जा रहा है |
आप इस टेलीस्कोप की काबिलियत का पता इस बात से लगा सकते हैं, कि अगर इसको चांद पर रख दिया जाए| तो ये पृथ्वी पर उड़ रही एक मक्खी को भी आसानी से डिटेक्ट कर सकेगा|
JAMES WEBB TELESCOPE की बनावट –
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (James Webb Space Telescope – JWST) की आंखें यानी गोल्डेन मिरर की चौड़ाई करीब 21.32 फीट है. ये एक तरह के रिफलेक्टर हैं. जो कई षटकोण टुकड़ों को जोड़कर बनाए गए हैं| इसमें ऐसे 18 षटकोण लगे हैं. ये षटकोण बेरिलियम (Beryllium) से बने हैं| हर षटकोण के ऊपर 48.2 ग्राम सोने की परत लगाई गई है. ये सारे षटकोण एकसाथ मुड़कर इसे लॉन्च करने वाले रॉकेट के कैप्सूल में फिट हो जाएंगे|
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Telescope) 16 लाख किलोमीटर या चंद्रमा से चार गुना अधिक दूरी की यात्रा तय करेगा. यह लगभग एक महीने में गंतव्य में पहुंचेगा |
नियंत्रण कक्ष में मौजूद लोगों ने सांता टोपियां पहन रखी थीं| दूरबीन के प्रक्षेपण के बाद केंद्र में तालियों की गड़गड़ाहट हुई | और उत्साही वैज्ञानिकों ने एक-दूसरे को गले लगाया| वे दूरबीन का नाम लेकर चिल्ला रहे थे, “गो वेब (जाओ वेब).”
JAMES WEBB TELESCOPE कहाँ से हुआ, लांच –
JWST को एरियन–5 ईसीए रॉकेट से लॉन्च किया गया. इसकी लॉन्चिंग फ्रेंच गुएन स्थित कोरोऊ लॉन्च स्टेशन से की गई. यह रॉकेट के ऊपरी सतह पर लगा हुआ है. इसके गोल्डन मिरर की चौड़ाई करीब 21.32 फीट है
JAMES WEBB TELESCOPE की आयु –
यह धरती से करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर अंतरिक्ष में स्थापित होगा| अंतरिक्ष में अगर यह सलामत रहा, तो 5 से 10 साल काम करेगा| इसके गोल्डेन मिरर को एयरोस्पेस कंपनी नॉर्थरोप ग्रुमेन ने बनाया है
JAMES WEBB TELESCOPE को बनाने में चैलेंज –
JWST को बनाने का नेतृत्व अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा कर रही है. सबसे बड़ी कठिनाई आएगी इसे धरती से 15 लाख किलोमीटर दूर की यात्रा करने में, तथा इतनी दूर जाकर सटीक स्थान पर इसे सेट करना |
उसके बाद उसके 18 षटकोण को एलाइन करके एक परफेक्ट मिरर बनाना| ताकि उससे पूरी इमेज आ सके| एक भी षटकोण सही नहीं सेट हुआ, तो इमेज खराब हो जाएंगी| लॉन्चिंग के करीब 40 दिन के बाद जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप पहली तस्वीर लेगा|
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप के लॉन्च होने के बाद पूरे एक साल तक दुनिया भर के 40 देशों के साइंटिस्ट इसके ऑपरेशन पर नजर रखेंगे. ये सारे उसके हर बारीक काम पर नजर रखेंगे| क्योंकि इसमें से कई साइंटिस्ट को तो ये भी नहीं पता होगा, कि इस टेलिस्कोप का कॉन्सेप्ट 30 साल पहले आया था.
अच्छी बात ये हैं कि इस टेलिस्कोप को हबल टेलिस्कोप की तरह रिपेयर करने के लिए नहीं जाना पड़ेगा. इसकी रिपेयरिंग और अपग्रेडेशन जमीन पर बैठे ऑब्जरवेटरी से पांच बार किया जा सकेगा |
आपको जेम्स वेब टेलिस्कोप से जुडी यह जानकारी कैसी लगी, कृपया हमे कमेंट सेक्शन में बताये| और अपने दोस्तों के साथ यह साझा शेयर करे |