बारकोड क्या हैं
आप कभी मार्केट या मॉल गए होंगे, तो आपने बहुत सारा प्रोडक्ट लिया होगा जैसे – कि साबुन, क्रीम, चिप्स, ऑयल आदि |उसके पीछे एक डिब्बे में काले – काले रंग की खड़ी लाइन बनी होती है उसे बारकोड कहते हैं। अब आपके मन में सवाल आया होगा, कि ये बार कोड क्या है ? तो चलिए आज हम बारकोड के बारे में जानेंगे |

इस बारकोड को हम बारकोड स्केनर की मदद से स्कैन करके देख सकते हैं| बारकोड की मदद से प्रोडक्ट का मूल्य, वह किस चीज से बना है, कब बना है, किस कंपनी का है, कहां बना है, उसमे क्या – क्या सामग्री मिली हुई है, उसकी मात्रा कितनी है, वह मांस का बना है या नहीं, किस देश का है, यह जानकारी हमें बारकोड की मदद से मिल जाता है।

इस बारकोड के माध्यम से कंपनियों को और स्टोरों को यह भी पता लग जाता है, कि किस प्रोडक्ट (उत्पाद) की कितनी मात्रा उनके पास बची है| एक वस्तु या पैकेजिंग को पूरे विश्व में एक कोड दिया जाता है| बारकोड आवंटन राष्ट्रीय तौर पर बनी 1 संस्था के द्वारा किया जाता है| इस बारकोड के जरिए हम प्रोडक्ट को ट्रैक करके पता कर सकते हैं, कि वह अभी कहां पहुंचा है |जैसे कि हम किसी प्रोडक्ट को एरोप्लेन में रखते हैं वह कहीं दूसरी जगह जाता है, तो हम इस बारकोड को स्कैन करके पता कर सकते है, कि वह अभी कहां तक पहुंचा हुआ है।
बारकोड को दो भागों में बांटा गया है –
1. BARCODE ,रेखाकार बारकोड (One Dimensionla Code) –
बारकोड को रेखाकार बारकोड व वन डाइमेंशनल कोड भी कहा जाता है| वन डाइमेंशनल बारकोड का उपयोग साधारण प्रोडक्ट जैसे – साबुन, चिप्स, कॉपी, बुक आदि पर किया जाता है।

Know More
- राकेश झुनझुनवाला की सफलता – Rakesh Jhunjhunwala Life Story
- द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय (Draupadi Murmu Biography in Hindi)
- विद्युत केबल्स में सफ़ेद पाउडर का उपयोग क्यों किया जाता है?
- जीवाणु बैक्टीरिया के बारे में संपूर्ण जानकारी
- कॉकरोच बिना सिर कितने समय तक जीवित रह सकता है?
2. QR CODE, (Two Dimensionla Code) –
QR CODE को टू डाइमेंशनल कोड भी कहा जाता है| QR का उपयोग पेटीएम, फोनपे जैसे ऐप में पैसे ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है| QR कोड व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम तथा कई सारे ऐप में होता है|वन डाइमेंशनल कोड की तुलना में क्यूआर कोड में ज्यादा डाटा डाला जा सकता है।

कंप्यूटर केवल 0-1, 1-0 की भाषा अर्थात बायनरी कोड को ही समझता है| इसलिए बारकोड को 95 खानो में केवल 0-1 के रूप में बाटा जाता है, इन 95 खानों को 15 अलग-अलग विभागों में बांटा जाता है| जिसमें 12 खानों में बारकोड लिखा जाता है, जबकि 3 खाने गार्ड के रूप में रहते हैं| बारकोड को बाएं से दाएं पढ़ा जाता है |

पूरे बारकोड में बाएं और दाएं अलग-अलग नंबर दिए होते हैं, बाएं हाथ की तरफ 1 की संख्या विषम होती है, मतलब 3 या 5 बार लिखी होती है| और दाएं हाथ तरफ 1 की संख्या सम होती है, मतलब 4 या 2 बार लिखी होती है| बाएं तरफ का बारकोड नंबर 0 से शुरू होकर 1 पर खत्म होता है| और दाएं तरफ का बारकोड में नंबर 1 से लेकर 0 पर खत्म होता है।
बारकोड काम कैसे करते हैं –
बारकोड को पढ़ने के लिए लेजर लीडर से लाइट डाली जाती है, यदि पहले कॉलम में कोई लाइट नहीं जलती तो उसे बार को लीडर 1 पड़ेगा, यदि कोई कॉलम में रेड लाइट जलती है, तो उसे बारकोड रीडर 0 पड़ता है| इस प्रकार बारकोड के नीचे नंबर लिखा होता है, उसे बारकोड रीडर के जरिए पढ़कर जाना जाता है, कि उसमें क्या मिला हुआ है, कितनी मात्रा में है, और वह किस कंपनी का प्रोडक्ट है।

अलग अलग देशों के बारकोड का नंबर अलग अलग होते हैं –
भारत 890
जर्मनी 40-47
रूस 46
चीन 49-06-92
अमेरिका 00-13
जापान 49
फ्रांस 30-37
ऑस्ट्रेलिया 93
आपको हमारी यह जानकारी कैसे लगी नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।